एक दुल्हन के लिए कुमाऊं में पिछौड़े का वही महत्व है जो एक विवाहित महिला के लिए पंजाब में फुलकारी का, लद्दाखी महिला के लिए पेराक या फिर एक हैदराबादी के लिए दुपट्टे का है। यह एक शादीशुदा मांगलिक महिला के सुहाग का प्रतीक है और परम्परा के अनुसार उत्सवों , सामाजिक समारोहों और धार्मिक अवसरों पर प्रायः...
स्वामी विवेकानंद स्मारक, अल्मोड़ा
महापुरूषों के जीवन में घटी घटनाओं के मूक साक्षी होने के कारण अनजान सी जगह भी कई बार पवित्र स्थली बन जाती हैं। इन स्थानों पर किया गया क्षणिक प्रवास भी इतिहास के रूप में अंकित हो जाता है। कुछ इसी तरह की कहानी...